नई दिल्ली। निजामुद्दीन में तब्लीगी जमात के आयोजन में शामिल लोगों की तेलंगाना में कोरोना से एक के बाद एक मौतों ने कई राज्यों को चिंता में डाल दिया है। उत्तर से लेकर दक्षिण तक कई राज्यों में यहां से लोग गए हैं। ऐसे में डॉक्टरों का कहना है कि देश के बडे इलाके में सामदायिक संक्रमण का खतरा बढ़ गया पास के मेडिसिन विभाग के पोफेसर नवल विकाकाकर बैनि निजामदीन दलाके में दस कार्यक्रम में शामिल होने वाले दर्जनों लोग अबतकोना पॉजिटिव या जाने लगाना इससे जो छह लोग जान भी गंवा चके हैं। यहां आए लोग तेलंगाना पी अंदमान तक गए हैं। ऐसे में ये किसानों से गए और कितनों के सपंर्क में आए यह पता करना आसान नहीं होगा भारत में अब तक कोरोना के जितने मामले आए उनका मोत पता होने की वजह से निगरानी आसान था। अजान के हजारों लोग अलग-अलग राज्यों में पहुंच चके हैं। ऐसे में खतरा बढ़ जाता है।डॉक्टर नवल ने बताया कि कई शोध के मुताबिक, यह वायरस हवा में तीन घंटे तक रह सकता है और प्लास्टिक पर 72 घंटे तक जिंदा रह सकता है। कपबोर्ड पर यह 12 घंटे तक जीवित रह सकता है। यह जी की आबादी को अपनी चपेट ले सकता । कोई संक्रमित व्यक्तिरेल हवाई जहाज पानी के जहाज से गया होगा तो उसने कितने लोगों को संक्रमित किया होगाटिली के यीनी सिसोदिया ने कहा कि निजामहीन (पश्चिम) के तबलीगी - ए- जमात के मरकज को परी तट खाली करा लिया गया है। करीब घंटे में वहां से 261 लोगों को निकाला गया है। सिसोदिया ने ट्वीट किया किनिजामदीन मरकजसे निकाले गए लोगों में से 17 अस्पताल में भर्ती हैं और बाकियों को पथक रखा गया है। उन्होंने ट्वीट किया है कि करीब 36 घंटे के इस आपरेशन में मेडिकल स्टाफ मेडिकल स्टाफ, प्रशासन, पुलिस, डीटीसी स्टाफ सबने मिलकर, अपनी जान जोखिम में डालकर काम किया । इन सबको दिल से सलाम। दिल्ली में मंगलवार को 23 लोगों के संक्रमित पाए जाने केबाट वायरस से संकमित लोगों की संख्या 100 हो गई। दिली के निजामहीन (पश्चिम) में तबलीगी-जमात आयोजन में शामिल हुए अन्य 24 लोग भी कोरोना वायरय से संक्रमित पाए गए हैं। सैकड़ों
तबलीगी जमात के कार्यक्रम से देश में सामुदायिक संक्रमण का खतरा बढ़ा